Mauni Amavasya 2023 Mein Kab Hai, मौनी अमावस्या? जानिए साल की पहली अमावस्या की तिथि और मुहूर्त
Mauni Amavasya 2023 Mein Kab Hai - इस बार माघ माह की अमावस्या 2023 में दिनांक 21 जनवरी दिन शनिवार को प्रात: काल 6:17 पर शुरुआत होगी और 22 जनवरी रविवार को 02:22 AM तक रहेगी.

Mauni Amavasya 2023 Mein Kab Hai – माघ माह की अमावस्या को मौनी अमावस्या या माघ अमस्या के नाम से जाना जाता है. मौनी अमावस्या के दिन मौन रह कर दान और स्नान करने का विशेष महत्व माना गया है मान्यता है कि मोनी अमावस्या पर मनू ऋषि का जन्म हुआ था. मनु सब सही मोनी की उत्पत्ति हुई मोनू अमस्या के व्रत में मौन धारण करने का महत्व है मान्यता है मुख से ईश्वर का जब करने से जितना पूर्ण मिलता है उससे कई गुना ज्यादा पुण्य मौन रखकर जाप करने से मिलता है अगर दान से पहले सवा घंटे तक मोहन रख लिया जाए तो दान का फल 16 गुना अधिक बढ़ जाता है और मौन धारण कर व्रत का समापन करने वालों को मुनि पद की प्राप्ति होती है. ऐसे में आइए जानते हैं मोनी अमावस्या का मुहूर्त और महत्व क्या है.
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Mauni Amavasya 2023 Mein Kab Hai
आइए जानते हैं मौनी अमावस्या 2023 में कब है. Mauni Amavasya 2023 का मुहूर्त के बारे में. उदय तिथि को देखते हुए 21 जनवरी को मौनी अमावस्या है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में गंगा स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
दिनांक | मुहूर्त का समय |
21 जनवरी | प्रात: 06 बजकर 17 मिनट से शुरू |
22 जनवरी को रात | 02 बजकर 22 मिनट तक रहेगी |
मौनी अमावस्या का महत्व

मौनी अमावस्या को धार्मिक रूप से बहुत खास माना जाता है. सामान्य तौर पर अवश्य तिथि को किसी भी काम करने के लिए शुभ नहीं माना जाता लेकिन पित्र दर्पण पित्र श्राद्ध पिंड दान आदि कार्य के लिए अमावस्या तिथि शुभ समय और कोई नहीं होता है. अमावस्या में पित्र दोष और कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए उपवास और पूजा भी की जाती है.
माघ अमस्या का महत्व क्या है

हिंदू धर्म में माघ माह के अमस्या को बहुत खास माना जाता है इस को अमस्या को मौनी अमावस्या के रूप में भी जाना जाता है इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत शुभ होता है कहते हैं कुंभ पर्व के दौरान माघ की अमावस्या को प्रयाग संगम में गंगा स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है माघ मास में होने वाले स्नान का सबसे महत्वपूर्ण पर्व अमावस्या ही है. इस दिन स्नान और दान पूर्ण का विशेष महत्व होता है मोनी अमावस्या के दिन मौन व्रत रखने का भी विधान है यह पर्व व्यक्ति के अपने अंतरिक को बस में रखना सिखाता है शास्त्रों को नियंत्रित करने के लिए इस दिन को सबसे शुभ बताया गया है मौनी अमावस्या को स्नान करने के बाद मौन व्रत रखकर जाप करने से मन की शुद्धि होती है और कुंभ मेले का एक स्नान मौनी अमावस्या का भी होता है.
- माघ अमावस्या पर मोन रखने का विशेष महत्व बताया गया है. अगर मान रखना संभव नहीं है तो अपने मुख से कटु वचन बिल्कुल ना बोले.
- वैदिक ज्योतिष में चंद्र मां को मन का कारक कहा गया है और अमावस्या के दिन चंद्र दर्शन नहीं होते हैं इससे मन की स्थिति कमजोर रहती है इसलिए किस दिन मौन व्रत रखकर मन को संयम में रखने का विधान बताया गया
- इस दिन भगवान विष्णु और शिव दोनों का पूजा का विधान बताया गया है
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Amavasya 2023 List in Hindi

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है. महीने में एक और पूरे साल में 12 अमावस्या पढ़ती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार वह तिथि जब चंद्रमा गायब हो जाता है. उसे अमावस्या या अमावश के नाम से जाना जाता है. अमावस्या वाली रात को चंद्रमां लुप्त हो जाता हैं. जिसकी वजह से चारो ओर घना अंधेरा छाया रहता है. इस लिए इस पखवाड़े को गृह पक्ष कहा जाता है. शास्त्रों के अनुसार अमावस्या के दिन पूजा पाठ करने का खास महत्व होता है. पुराणों के अनुसार इस दिन का अपने दोष से मुक्ति पाने के लिए विशेष महत्व होता है. क्योंकि यह दिन दर्पण स्नान आदि के लिए बहुत पूर्ण और फलदाई माना जाता है.
दिनांक | दिन | पर्व |
21 जनवरी | शनिवार | माघ अमावस्या व्रत |
20 फरवरी | सोमवार | फाल्गुन अमावस्या व्रत |
21 मार्च | मंगलवार | चैत्र अमावस्या व्रत |
20 अप्रैल | गुरुवार | वैशाख अमावस्या व्रत |
19 मई | शुक्रवार | जेष्ठ अमावस्या व्रत |
18 जून | रविवार | आषाढ़ी अमावस्या व्रत |
17 जुलाई | सोमवार | श्रावण अमावस्या व्रत |
16 अगस्त | बुधवार | श्रावण अमावस्या व्रत |
14 सितंबर | गुरुवार | भद्र अमावस्या व्रत |
14 अक्टूबर | शनिवार | आश्विन अमावस्या व्रत |
13 नवंबर | सोमवार | कार्तिक अमावस्या व्रत |
12 दिसंबर | मंगलवार | मार्गशीर्ष अमावस्या व्रत |
F&Q in Hindi
Q. 1. माघ का अमावस्या कब है?
उत्तर :- इस बार माघ माह की अमावस्या 2023 में दिनांक 21 जनवरी दिन शनिवार को है.
Q. 2. सबसे बड़ी अमावस्या कौन सी है?
उत्तर :- सबसे बड़ी अमावस्या माघ मास की अमावस्या जिसे मौनी अमावस्या के नाम से भी जानते हैं. यह योग पर आधारित महाव्रत है. मान्यताओं के अनुसार इस दिन पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है. इसलिए इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है.
Q. 3. अमावस्या का महत्व क्या है?
उत्तर :- हिंदू धर्म में माघ माह के अमावस्या को बहुत खास माना जाता है. इस को अमावस्या को मौनी अमावस्या के रूप में भी जाना जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करना बहुत शुभ होता है कहते हैं कुंभ पर्व के दौरान माघ की अमावस्या को प्रयाग संगम में गंगा स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है माघ मास में होने वाले स्नान का सबसे महत्वपूर्ण पर्व अमावस्या ही है.
Q. 4. 1 महीने में अमावस कितनी बार आती है?
उत्तर :- अमावस्या माह में एक बार ही आती है. मतलब यह 1 वर्ष में 12 अमावस्या होती है. शास्त्रों में अवश्य तिथि का स्वामी पितृदेव को माना जाता है.
Q. 5. अमावस्या को किसका जन्म हुआ था?
उत्तर :- सोमवती अमावस्या के दिन शनिदेव का जन्म हुआ था.
Conclusion: Mauni Amavasya 2023 Mein Kab Hai
दोस्तों हमें आशा है. कि आप जान चुके होंगे Mauni Amavasya 2023 Mein Kab Hai – इस बार माघ माह की अमावस्या 2023 में दिनांक 21 जनवरी दिन शनिवार को प्रात: काल 6:17 पर शुरुआत होगी और 22 जनवरी रविवार को 02:22 AM तक रहेगी. इस पोस्ट में (Mauni Amavasya 2023) मोनी अमावस्या का महत्व भी जान गय होंगे. जिसे अपको पाता चाल गया होगा. और आप मुहूर्त के अनुसार पूजा कर सकते हैं. यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो दोस्तों मैं जरूर शेयर करें ताकि उनको भी जानकारियां मिल सके.
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